Sunday, April 6, 2008

शराबखाने में बंता

शराबखाने में बंता

बंता एक शराबखाने में जाकर बैठ गया। जैसे ही बेयरे ने उसके गिलास में शराब डाली बाहर शोर होने लगा। बंता उसी समय बाहर की तरफ दौड़ा कि आखिर हो क्या रहा है। जब वह अपनी मेज पर आया तो गिलास खाली था। साथ में एक चिट पर लिखा था, ‘बियर के लिए शुक्रिया।’

बंता कुछ परेशान हुआ पर उसने फिर से शराब मंगाने का आदेश दिया। इस बार फिर जैसे ही बेयरे ने उसके गिलास में शराब डाली कि बाहर शोर होने लगा। उसने सोचा उसकी कार चोरी चली गई है, वह कार देखने गया, पर उसकी कार अपनी जगह पर खड़ी थी। वह वापस आ गया।

इस बार फिर उसका गिलास खाली था। चिट पर लिखा था, “एक बार फिर शुक्रिया।”

अब तक उसने शराब की एक बूंद भी गले से नीचे नहीं उतारी थी। उसने फिर से शराब मंगवाई। जैसे ही वह गिलास में होंठ लगाने वाला था कि बाहर धमाके की आवाज सुनाई दी। इस बार वह यूं ही नहीं गया। अपने गिलास में थूका और एक चिट में लिख दिया, “मजे से पियो, मैंने इसमें थूक दिया है।” फिर वह बाहर की तरफ दौड़ा।

बाहर से लौटकर आने पर वह गिलास को देखकर खुश हुआ। शराब उतनी की उतनी ही थी, पर इस बार लिखा था, “अब तुम मजे से पियो मैंने भी इसमें थूक दिया है।

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