Monday, November 15, 2010

मस्त शायरी (हिंदी एस एम एस)

ये रात इतनी तनहा क्यूँ होती है,
अपनी किस्मत से सबको शिकायत क्यों होती है,
अजीब खेल खेलती है किस्मत,
जिसे हम पा नही सकते, उसी से मोहब्बत क्यों होती है।



दर्द जितना सहा जाए उतना ही सहना,
किसी के दिल को जो लग जाए वो बात न कहना,
मिलते है हमारे जैसे लोग बहुत कम,
इसलिए हमसे॥''कभी अलविदा ना कहना"


फासले मिटा कर आपस में प्यार रखना,
दोस्ती का ये रिश्ता यूँ ही बरकरार रखना,
बिछड़ जाए कभी हम आपसे,
तो आँखों मैं हमेशा हमारा इंतज़ार रखना


आँखों में आंसुओ की तरह रहनेवाले,
भीगी पलकों से तेरा दीदार करते है,
तुझे पाना तो एक खवाब है,
ये जानकर भी तुमसे प्यार करते है


किसी को मोहब्बत की सच्चाई मार डालेगी,
किसी को मोहब्बत की गहराई मार दलागी,
और जो मोहब्बत नहीं करेगा
उसे तन्हाई मार डालेगी


पलको के किनारे जो हमने भिगोये नहीं,
वो कहते हैं की हम रोये नहीं,
वो पूछते हैं की किसे देखते हैं हम ख़्वाबों में,
और एक हम हैं जो अरसे से सोये नहीं


बाहों मे मेरी झूलकर, गर नजरों से पिलाओगी तुम।
हम तो होश गवा देंगें, जन्नत् मे पहुच जाओगी तुम॥

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