Friday, June 13, 2008

दुश्मन में भी दोस्त मिला करते है

दुश्मन में भी दोस्त मिला करते है
कांटो में भी फूल खिला करते है,
हमको काँटा समझ कर छोड़ ना देना
कांटे भी फूल की हिफ़ाजत किया करते है!

आपकी दोस्ती हम इस कदर निभाएंगे
आप रोज खफ़ा होगे हम रोज मनायेगे,
पर मनाने से मान जाना वरना
ये भीगी पलके लेकर हम कहा जायेगे!

कभी सुबह याद आते हों
कभी शाम याद आते हो,
कभी-कभी तो इतना याद आते हों की
आईना हम देखते है नजर तुम आते हों!

दोस्ती की कीमत कौन अदा करेगा
हम ना रहेंगे तो दोस्ती कौन करेगा,
ऐ खुदा मेरे दोस्त को सलामत रखना
वरना मेरी शादी में डांस कौन करेगा!

फूलों ने अमृत का जाम भेजा है
तारो ने गगन से सलाम भेजा है,
हर खुशी आपको मुबारक हों
सच्चे दिल से हमने यह पैगाम भेजा है!

आँखो मे बसे है जरा ध्यान रखना
अपना रिश्ता यू ही आबाद रखना ,
मुझे तो आदत है आपको याद करने की
अगर हिचकियाँ आती रहे तो माफ़ करना!

साँस लेने से तेरी याद आती है
ना लेने से मेरी जान जाती है,
कैसे कह दू सिर्फ़ साँस से मैं जिंदा हूँ
कमबख्त साँस भीं तेरी याद के बाद आती है!

ऐसा नही की आप याद आते नही है
खता सिर्फ़ इतनी है हम बताते नही है
दोस्ती आपकी अनमोल है हमारे लिए
समझते हो आप इसलिए हम जताते नही है!

जिंदगी में खुशियों को पुकारा है
सदा मुस्कराना तुम्हारा हर गम हमारा है,
फूल खिलते रहे आपकी दुनियाँ में
और कांटो के लिए दामन हमारा है!

दिल में इंतजार की लकीर छोड़ जायेंगे
आँखो में यादो की नमी छोड़ जायेंगे,
ढूढ़ते फिरोंगे हमे एक दिन
जिन्दगी में एक दोस्त की कमी छोड़ जायेंगे!



--
........raj.........

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