Wednesday, June 4, 2008

हिन्दी एस एम् एस--4

किसी को मोहब्बत की सच्चाई मार गई
किसी को मोहब्बत की गहराई मार गई,
कोई बच ना पाया इस मोहब्बत से
जो भी बचा उसे तन्हाई मार गई!

जिन्दगी की राहों में बहुत से यार मिलेंगे
हम क्या हमसे भी अच्छे हजार मिलेंगे,
इन अच्छो की भीड़ में हमे ना भूला देना
हम क्या आपको बार-बार मिलेंगे!

किस्मत पर एतबार किसको है
मिल जाए खुशी तो इनकार किसको है,
कुछ तो मजबुरिया है जिन्दगी में दोस्त
वरना बेरुखी से प्यार किसको है!

वो मौत भी बड़ी सुहानी होगी
जो आपकी दोस्ती में आनी होगी,
वादा रहा आपसे पहले हम जायेंगे
क्योकि!आपके स्वागत की रस्म भी तो निभानी होगी!

किस कदर खूब है,दिल्लगी आपकी
आज भी दिल में है दोस्ती आपकी,
जब भी फुरसत के लम्हे हमे है मिले
दिल ने महसूस की है कमी आपकी!

दीपक में अगर नूर ना होता
तनहा दिल मजबूर ना होता,
हम आपसे मिलने जरूर आते
अगर आपका घर दूर ना होता!

लहर आती है किनारे से लौट जाती है
याद आती है दिल में सिमट जाती है,
दोनों मी कितना फर्क है
लहर बेवक्त आती है,याद हर वक्त आती है!

यादों के इस भवर में एक पल मेरा हो
फूलों के इस चमन में एक गुल मेरा हो,
खुदा करे की जब आप याद करे अपनों को
तो उन अपनो में एक नाम मेरा हो!

उन फूलों से क्या दोस्ती करोंगे
जो एक बार खिले और मुरझा जाए,
दोस्ती तो हम जैसे कांटो से करो
जो एक बार चुभे और बार-बार याद आए!

ज़माने से कब के गुजर गए होते
जीने से पहले ही मर गए होते,
बधे ना होते अगर आपके दोस्ती के धागे मे
तो कब के मोतियों जैसे बिखर गए होते!

ना खैरियत ना कोई पैगाम आया है
जो सोचा नही वही अंजाम आया है,
क्या दोस्त ने भुला दी दोस्ती मेरी
ना दुआ कोई ना सलाम आया है!

रब से आपकी खुशी मागते है
दुआ में आपकी दोस्ती मागते है,
सोचते है क्या मांगे आपसे
चलो आपसे उमर भर की दोस्ती मांगते है!

दोस्ती करना हमे भी सिखा दो
इस दिल के कोने में हमे भी जगह दो,
हम आपकी यादों में है कि नही
होठो से ना सही एक sms से ही बता दो!

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