Wednesday, June 4, 2008

हिन्दी एस एम् एस

मुस्कराये आप तो फूल खिल जाए
बातें करे आप तो बाहर आ जाए,
इतनी दिलकश है आप की दोस्ती की
दुश्मन को भी आप पर प्यार आ जाए!

जीने का राज़ मैंने दोस्ती में पा लिया है
जिसका भी गम मिला उसे अपना बना लिया,
सुनाने को जब मिला नही कोई दस्ताने-ए-गम
आइना रख के सामने ख़ुद को सुना लिया!

कही अँधेरा तो कही शाम होगी
मेरी हर खुशी बस तेरे नाम होगी,
कुछ हमसे मांग कर तो देखो
होंठो पर हँसी और हथेली पर जान होगी!

हम हसते है तो लोग कहते गम से खाली है
पर उन्हें क्या पता,
के जो गम के बाग़ है इस दुनियाँ में
हम उन बागों के माली है!

एक जाम उल्फत के नाम,एक जाम मोहब्बत के नाम
एक जाम वफ़ा के नाम,पूरी बोतल बेवफा के नाम,
और पूरा ठेका दोस्तों के नाम!

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