Saturday, April 26, 2008

व्याज सहित वसूल --joke

व्याज सहित वसूल
एक सेठजी बड़े कंजूस थे। एक दिन उनके बेटे ने कहा - ''पिताजी, मुझसे एक गलती हो गई है। एक लड़की मेरी वजह से मां बनने वाली है। उसका मुंह बन्द रखने के लिये या तो मुझे उसे एक लाख रूपये देने पड़ेंगे या फिर उससे शादी करनी पड़ेगी।''
सेठजी ने मजबूरीवश एक लाख रुपये उसके हवाले कर दिए।
कुछ दिन बाद कमोबेश ऐसी ही स्थिति में उन्हें अपने दूसरे बेटे को भी एक लाख रुपये देने पड़े ।
साल भर बाद उनकी जवान बेटी रोती हुई उनके पास आई और बोली - ''पिताजी, मुझसे भूल हो गई है। मैं बिना शादी किये ही मां बनने वाली हूं। यह हरकत मेरे साथ शहर के सबसे बड़े धनवान आदमी के बेटे ने की है।''
पिता ने उसे दिलासा देते हुये कहा - ''चिन्ता न कर बेटी ! आखिर राम राम करते वह दिन आ ही गया जब मैं अपने नालायक बेटों द्वारा किया गया नुकसान व्याज सहित वसूल कर सकता हूं।''

आखिर आपने क्या किया था ?
एक बंदूकधारी घुड़सवार अपनी यात्रा के दौरान एक जगह चाय पीने के लिये रुका। उसने अपना घोड़ा चाय के होटल के पास एक पेड़ से बांध दिया और अंदर चाय पीने चला गया। जब वह लौटा तो पाया कि उसका घोड़ा जगह पर नहीं है। किसी ने उसे चुरा लिया था।
घुडसवार ने बंदूक से एक हवाई फायर दागा और चिल्ला चिल्ला कर कहने लगा - ''जिसने भी मेरा घोड़ा चुराया है वो सुन ले! मैं एक चाय और पीने अंदर जा रहा हूं। इस बीच अगर मेरा घोड़ा वापस जगह पर नहीं मिला तो याद रखना ....। इस जगह वही हाल करूंगा जो घोड़ा चोरी होने पर मैंने जयपुर में किया था!''
चाय पीकर जब वह लौटा तो उसका घोड़ा अपनी जगह पर वापस बंधा था। वह उसपर सवार होकर चलने लगा तभी होटलवाले ने आवाज देकर उसे रोका - ''भाई, जरा वो किस्सा तो सुनाते जाओ । जयपुर में आखिर आपने क्या किया था ?''
''करना क्या था! वहां से पैदल ही चला गया था!''

तरीका
एक सज्जन को अपने प्रिय पालतू कुत्ते को अपने भाई के पास छोड़कर कुछ दिनों के लिये बाहर जाना पड़ा । जब वे वापस लौटे तो उन्होंने अपने भाई से कुत्ते को लाने को कहा । भाई ने डरते - डरते बताया, ''भैया, कुत्ता तो कल अचानक चल बसा।''
सज्जन बहुत दुखी होते हुये अपने भाई पर नाराज हुये - ''ये कोई तरीका है बुरी खबर देने का! तुमने ये भी नहीं सोचा कि इस तरह अचानक तुम मुझे उसके मरने की खबर सुनाओगे तो मुझ पर क्या गुजरेगी! अरे, जब मैंने तुम्हें यहां से जाने के बाद पहली बार फोन किया था तब तुम कह सकते थे वह छत पर है और नीचे नहीं आ रहा है। दूसरी बार जब मैंने फोन किया तो तुम कहते कि वह जरा बीमार है और डाक्टर उसका इलाज कर रहा है। तीसरी बार जब मैंने फोन किया था तो तुम बताते कि वह गुजर गया है। इस तरह कम से कम मैं यह दुख सहने के लिये अपने आप को तैयार तो कर लेता।''
भाई को अपनी गलती का अहसास हुआ और उसने माफी मांगी।
''खैर, ये बताओ मां कैसी हैं ?'' सज्जन ने पूछा।
''वे छत पर हैं और नीचे नहीं आ रही हैं!'' भाई ने जवाब दिया।

30 साल छोटी पत्नी
एक दंपत्ति अपनी शादी की चालीसवीं वर्षगांठ मना रहे थे। संयोग से उस दिन पत्नी का साठवां जन्मदिन भी था। उस रात उनके घर में एक परी प्रकट हुई। उसने उन दोनों से कहा कि वे दोनों इतने लम्बे समय से बड़े प्यार से रह रहे हैं जिससे वह बहुत खुश है। परी ने कहा कि वे उससे एक एक वरदान मांग सकते हैं।
पत्नी, जो कि अपने पति से बेइंतहा प्यार करती थी, ने परी से कहा कि वह अपने पति के साथ दुनिया की सारी मनोरम जगहों की सैर करना चाहती है, पर उसके पास इतने पैसे नहीं हैं।
परी ने अपनी छड़ी घुमाई और पत्नी के हाथ में हवाई जहाज के टिकटों से भरा लिफाफा आ गया।
अब मांगने की बारी पति की थी। उसने एक मिनट सोचा फिर बोला - ''ईमानदारी से कहूं, तो मैं अपने लिये अपने से 30 साल छोटी पत्नी चाहता हूं।''
परी ने अपनी छड़ी घुमाई और .......... । पति महोदय तुरंत 90 साल के हो गये।

दो मादा और तीन नर
एक महिला रसोई में पहुंची तो देखा कि उसका पति जाली हाथ में लिए हुए घुमा रहा था।
''ये तुम क्या कर रहे हो ?'' - पत्नी ने उससे पूछा ।
''मक्खियां मार रहा हूं।'' - पति ने जवाब दिया।
''अच्छा ! एकाध मार पाये?'' - पत्नी ने पूछा।
''तीन ! दो मादा और तीन नर ।'' - पति ने कहा।
विस्मित होते हुये पत्नी ने पूछा - ''ये कैसे मालूम पड़ा ?''
''तीन शराब की बोतल पर थीं और दो फोन पर'' - पति ने जबाब दिया।

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