आदतन तुम ने कर दिए वादे
आदतन हम ने ऐतबार कीया
तेरी राहों में बारहा रुक कर
हम ने अपना ही इंतज़ार कीया
अब ना मांगेंगे जिंदगी या रब
ये गुनाह हम ने एक बार कीया
बे पनाह चाहों तुजे येही चाहत है मेरी ,
मर मीट जाओं तुम पर येही मोहब्बत हौ मेरी ,
हमेशा मेरे लबों पर दुआ है खुश रहो तुम ,
तुम जो सदा हंसती रहो येही राहत है मेरी,
सुख तुझ पर निछावर कर दूँ मैं इस तर्हन ,
दर्द सारे ले लूँ तुमसे येही आदत है मेरी ,
तुजे खोने से पहले ख़ुद को खो दूँ मैं ,
ज़िंदगी से रूठ जाओं येही हसरत है मेरी
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