Wednesday, June 4, 2008

हिन्दी एस एम् एस--2

याद आये कभी तो आँखे बंद मत करना,
हम ना भी मिले तो गम मत करना,
ज़रूरी तो नही के हम साथ ही रहे,
मगर प्यार का एहसास कभी कम मत करना.

बाग़ की बात माली ही समझे,
फूल का दर्द झुकी डाली ही समझे.
क्या रीत बनायीं दुनिया वालो ने,
दियाँ का दिल जले और लोग दीवाली समझे.



वफावो मे मेरी इतना असर हो जाये,
जिन्हें खोजती है नजरे वो नजर तो आ जाये,
हम आ जायेंगे पलक झुकने से पहले,
तुमने याद किया ये खबर तो आ जाये.

मेरी पलको मे ख्वाब रख गया कोई,
मेरी साँसों पे नाम लिख गया कोई,
चलो वादा रहा तुमसे भूल जाना हमे,
अगर हमसे अच्छा दोस्त मिल जाये कोई.

कोई क्यों हमारा इंतजार करेगा,
अपनी जिंदगी हमारे लिए बेकरार करेगा,
हम कौन से किसी के लिए खास है,
क्या सोचकर कोई हमे याद करेगा.

हम वो इश्क है जो दिल बनकर धड़कते है,
हम वो खुशबू है जो बागों मे महकते है,
हम से मुँह न मोड़ना ऐ दोस्त,
हम वो दर्द है जो आंखो से टपकते है.

कितना हँसीं चाद का चेहरा है,
उस पे सुबह का रंग गहरा है,
खुदा को भी यकिं न था वफ़ा पे,
तभी टू ये चाँद पे हजारो तारो का पहरा है.

मौत के गाडी मे जिस दिन सोना होगा,
ना कोई तकिया ना बिछोना होगा,
साथ होगी आप जैसे दोस्त की मीठी यादे,
और कब्रिस्तान का कोना होगा.

वो नदिया नही आंसू थे मेरे,
जिनपर वो कश्ती चलते चले गए,
मंजिल मिले उन्हें ख्वाईस थी मेरी,
इसलिए आँसू बहाते चले गए.

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