Wednesday, January 6, 2010

ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो.

दर्द कैसा भी हो आंख नम न करो
रात काली सही कोई गम न करो

एक सितारा बनो जगमगाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो

बांटनी है अगर बाँट लो हर ख़ुशी
गम न ज़ाहिर करो तुम किसी पर कभी

दिल कि गहराई में गम छुपाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो

अश्क अनमोल है खो न देना कहीं
इनकी हर बूँद है मोतियों से हसीं

इनको हर आंख से तुम चुराते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो

फासले कम करो दिल मिलाते रहो
ज़िन्दगी में सदा मुस्कुराते रहो.

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