Wednesday, May 7, 2008

शायरी प्यार की

उनकी हर बात दिल लुभाती  है ,

हर अदा, हर खता  भी  बहती  है .

दिल मैं मेरे ख़याल  आए तो,

बात उनकी ज़ुबान  पे आती है.

सब मेरे हाल पर परेशान  है.न

एक वह  हैं की मुस्कुराती  है.न.

गीत मेरा लिखा  ही है शायद,

वह जो हौले  से गुन गुनाती  है.न

हाथ दीवाने  के दे अल्लाह कुछ ऐसी कलम,

आस्मान  पर लीख के जाऊं  है उन्ही  से प्यार है!

ख़ास लिखा है ख़त मैं, ज़रा आहिस्ता  बोलियेगा

भेज  रहा हूँ दिल अपना, ज़रा आहिस्ता खोलियेगा

तू इस तरह से मेरे दिल मैं शामिल  है

जहाँ  भी जाऊं लगता है तेरी महफ़िल  है

रस्ते  मैं गीरे हैं फूल, उठता है कोई कोई

मुहब्बत करते हैं सभी, निभाता  है कोई कोई

ज़िंदगी एक  फूल  है  और  मोहब्बत  उस  का  शेहेद

प्यार  एक  दरिया  है , और  मेहमूब  उसकी  सरहद

जुखा  कर  उठा  न  सके  सर  मेरे  सवाल  पर,

जुल्फों  का  नकाब  गिरा  है , मेरे  दिल  का  राज़  ले  कर



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..............raj.....................

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