Sunday, May 11, 2008

सरदारजी और जिन्न

एक बार सरदारजीने अपने पुराने घरमें पडे दिए को साफ करनेके लिए घिसा और क्या आश्चर्य उसमेंसे एक जिन्न अवतरीत हूवा.

'' सरदारजी मांगो क्या मांगना है मांगो ... लेकिन खयाल रहे की तूम सिर्फ तिन चिजे मांग सकते हो''उस जिन्नने कहा

सरदारजीने पहली चिज मांगी - '' मै अमिर बनना चाहता हू''

एक झटकेमे सरदारजी अमिर हो गया.

सरदारजीने दूसरी चिज मांगी '' मुझे इस सरदारजी नाम से चिढ है मै अमेरिकन बनना चाहता हू''

एक झटकेमें सरदारजी सरदारजीसे अमेरिकन बन गया.

अमेरिकन बने सरदारजीने अब तिसरी और आखरी चिज मांगी, '' मै आगेभी बिना दिमाग लगाए और पैसा कमाना चाहता हू''

अमेरीकन फिरसे सरदारजी बन गया.



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..............raj.....................

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