१=दामन ख्वाबो का हर लम्हा छूता है कोई
पलको में छुप के दिल में आता है कोई
हर सु है जिक्र उनका मेरी दुनिया में
बनके चुभन मीठी सी मुझको सताता है कोई
२=कैसे न कहे तुमको खुदा,सजदे में तेरे सर झुका जाता है
कैसे न करे तुमसे वफ़ा,कदमो में तेरे दिल रुका जाता है
कुछ तो बात है तुझमे यहाँ,जो किसी और में नही
कैसे न छाए दिल पे नशा,ये बस तुम्हारा हुवा जाता है
३=दिखलायीं मोहब्बत ने हमे आख़िर तड़प की इन्तहाँ
लिखवाई आरजू-ए-यार ने हमसे एक दर्द की दास्ताँ
मालिक,क्या ये नही काफी,उनके वाकिफ हो जाने को
के,हर कतरा मेरे खून-ए-जिगर का दे रहा है उनको सदा
४=क्यो भाता है कोई एक,हजारो में
क्यो नजर आता है वोही,नजरो में
ख्वाहिशे आसमाँ छूने लगती है ऐसे में
क्यो बन के खुदा वोही,बैठ जाता है सितारों में
५=बे-असर इस जहाँ मे कोई,तुझसे मुतासीर कैसे न हो
लाख थामे रहे दिल कोई,वो तेरा आख़िर कैसे न हो
हसरतों की धुप से परेशां,खो चुके है जो अज्म-ए-सफर
है तू अगर मंजिल दिल की,तो कोई मुसाफिर कैसे न हो
६=
जाने क्या तेरे दिल मे है खुदा
आरजू उनकी मैं कर बैठा यहाँ
यू तो कुछ होता नही तेरी मर्जी के सिवा
उन तक तो पोह्चां दे मेरे धडकनों की सदा
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