Subscribe To Shero-shayari
Posts
Atom
Posts
Comments
Atom
Comments
Monday, November 8, 2010
ये एक बहाना है
ऐ शम्मा!तुझसे लिपट के मरे तो भी क्या
आख़िर तेरे कदमो में ही मुझे गिर जाना है
जीते जी ना सही,तो मरने के बाद ही सही
सामने तेरे सर झुकाने का ये एक बहाना है
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1
No comments:
Post a Comment