Tuesday, February 9, 2010

मोहब्बत को मज़बूरी का नाम मत देना,

मोहब्बत को मज़बूरी का नाम मत देना,

हकीक़त को हादसों का नाम मत देना,

अगर दिल में हो प्यार किसी के लिए तो,

उससे कभी दोस्ती का नाम मत देना...!!.

Mohabbat Ko Majburi Ka Naam Mat Dena,

HaKeeqat Ko Hadso Ka Naam Mat Dena,

Agar Dil Mein Ho PYAR Kisi K Liye Toh,

Usse Kabhi DOSTI Ka Naam Mat Dena...!!.

==== Hindi SMS ====

कुछ खोये बिना हमने पाया है,

कुछ मांगे बिना हमें मिला है,

नाज़ है हमें अपनी तक़दीर पर

जिसने आप जैसे दोस्त से मिलाया है !

Kuch khoye bina hamne paya hai,

kuch mange bina hame mila hai,

naz hai hame apni takdir par

jisane aap jaise dost se milaya hai !

==== Hindi SMS ====

पल 2 पल की खुशियों के लिए,

7 जो तेरा छोड़ा है,

उम्र भर क लिए,

हमने दुखो से नाता जोड़ा है,

तुम संग कितने खुश थे हम,

मेरे दर्द के आगे आज आस्मां भी थोड़ा है,

तुम थे हमारे,

तो बेगाने भी अपने थे,

जाते ही तेरे मेरे अपनों ने भी मुंह मोड़ा है

Pal 2 pal ki khushiyo k liye,

7 jo tera chooda hai,

Umrr bhar k liye,

Humne dukho se nata joda hai,

Tum sang kitne khush the hum,

Mere dard k aage aaj Asmaan b thodda hai,

Tum the hamare,

To begane bhi apne the,

Jate hi tere mere apno ne bhi muhh moda hai

==== Hindi SMS ====

इस हवा में खुशबु है तुम्हारी,

इस चाँद की रौशनी में सूरत है तुम्हारी,

इस दिल से जो मर कर भी जुदा न हो सके,

वो सिर्फ और सिर्फ दोस्ती है तुम्हारी

Is hawa me khushbu hai tumhari,

Is chand ki Roshni me surat hai tumhari,

Is Dil se jo mar kar bhi juda na ho sake,

Wo sirf or sirf dosti hai tumhari

==== Hindi SMS ====

मोहब्बत की हर गली गुमनाम क्यों हैं,

जुदाई और मौत इश्क का अंजाम क्यों हैं,

लोग देते है इसे नाम खुदा का,

तो फिर यह मोहब्बत इतनी बदनाम क्यों है.

Mohabbat ki har gali gumnam kyon hain,

judai aur maut ishq ka anjaam kyon hain,

log dete hai ise naam khuda ka,

toh phir yeh mohabbat itni badnaam kyon hai.

==== Hindi SMS ====

दिल ज़िन्दगी से बेजार है मालूम नहीं क्यों,

सीने में सांस है मालूम नहीं क्यों.

इकरारेवफा यार ने हर एक से किया,

मुझ से ही बस इंकार है मालूम नहीं क्यों.

Dil zindagi se bezar hai malum nahi kyon,

Seene me saans hai malum nahi kyon.

Iqrarewafa yaar ne har ek se kiya,

Mujh se hi bas inkar hai malum nahi kyon.

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