Sunday, February 7, 2010

ज्यादा याद आये तो एस एम् एस करो

मेरी याद आये तो याद करो
ज्यादा याद आये तो एस एम् एस करो
और ज्यादा याद आये तो फ़ोन करो
और भी ज्यादा याद आये तो मिल लो
और ज्यादा याद आये तो ..
प्लीज़ झूठ बोलना बंद करो आपकी नज़रों ने हमें घायल कर दिया,
तुम्हारे एक इशारे ने हाल – इ – दिल बयां कर दिया .
यादों ने तुम्हारी हमें पागल बना दिया ,
रोये थे न कभी पर आपने रुला दिया ?
नज़रें न होती तो नज़ारा न होता ,
दुनिया मैं हसीनो का गुज़ारा न होता ,
हमसे यह मत कहो के दिल लगाना छोड़ दे ,
जाके खुदा से कहो के हसीनो को बनाना छोड़ दे

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