Saturday, September 26, 2009

हिन्दी एस एम् एस-फूल बनकर

फूल बनकर मुस्कुराना जिंदगी हैं !
मुस्कुराके गम भुलाना जिंदगी हैं !!
मिल कर खुश हुवे तो क्या हुवे !
बिना मिले रिश्ते निभाना जिंदगी हैं !!

1 comment:

  1. भाई आपकी रचनाएँ पढ़ी मोहब्बत से सरोबार बहुत हसीं और प्यारी रचनाए हैं , जनाब इतने सुन्दर विचार कहाँ से उपजते है कोनसी वो खाद जिनसे इतनी बेहतरीन रचनाए निपजती है !!!

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