Thursday, June 16, 2011

आँखों में है गम के …

आँखों में है गम के ……….

ज़िन्दगी  के हर वोह हसीन
पल बीत जातें है…..
मगर रह जाती है, तो सिर्फ  यादें
ज़िन्दगी  बीत जाती है उन
यादों को याद करके
लेकिन  दुःख भी घिर  जाते है …
ये सोचकर की
वो ज़िन्दगी  के पल फिर
दुबारा वापस नहीं आएंगे …..


आँखों  में  है  गम  के  आंसू और  होठो  पे  फरयाद  है,
अब  क्या  है  पास  हमारे  बस  एक  उसकी  याद  है,
उसके  लाखो  है  गम ,  मेरा  एक   है  गम   मैं  क्या  करू,
उसके  बिन  दिल  न  लगे  अब  तो  मैं  क्या  करू|

वो  बेवफा  मेरा  इम्तिहान  क्या  लेगी
मिलेगी  नज़र  तो  नज़र  झुका  लेगी
मेरी  कबर  पर  उसे  दिया  मत  जलने  देना  यारों
वो  नादान  है  अपना  हाथ  जला  लेगी|

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