Tuesday, December 21, 2010

किसीकी याद मे तड़पता है ये दिल

किसीकी याद मे तड़पता है ये दिल
एक आरजू लिए धड़कता है ये दिल

लाख हो मैखाने इस शहर मे लेकिन
एक तेरे ख़याल से बहकता है ये दिल
किसीकी याद मे ...........

तेरी जुल्फ से गिरा वो फुल,सीने से लगाया मैंने
फुल से जियादा अब महकता है ये दिलकिसीकी याद मे ...........

दिखलाके एक झलक जाने वो कहा खो गए
कहा कहा न जाने अब भटकता है ये दिल
किसीकी याद मे.............

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