Friday, December 25, 2009

भीगी आँखों से

भीगी आँखों से मुस्कराने में मज़ा और है,
हसते हँसते पलके भीगने में मज़ा और है,
बात कहके तो कोई भी समझलेता है,
पर खामोशी कोई समझे तो मज़ा और है...!
मुस्कराना ही ख़ुशी नहीं होती,
उम्र बिताना ही ज़िन्दगी नहीं होती,
दोस्त को रोज याद करना पड़ता है,
क्योकि दोस्त कहना ही दोस्ती नहीं होती.
आपके पास दोस्तों का खजाना है,
पर ये दोस्त आपका पुराना है,
इस दोस्त को भुला ना देना कभी..
क्यूँ की ये दोस्त आपकी दोस्ती का दीवाना है

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