Thursday, May 27, 2010

आप भी हैं जिंदगी यह न भूल जाईए.

पलकों की घूंघट में नयनों की पनघट में
मंद-मंद मुस्कान लिए एक अरमान लिए
धीरे-धीरे यूं आप तो चले आईए
होठों की मदिरा को मुझपर बरसाईए
मेरी निगाहों में आप भी बड़ी खास हैं
मन मोहिनी लिए आप भी विश्वास हैं
इकरार को एतबार से ना भरमाईए
ख्वाबों को खुश्बू से आज भर जाईए
होंगे आपके परवाने, दीवाने तो कई
आप पर मरनेवाले आपसे जीनेवाले कई
एक सदा मेरी भी पल भर सुन जाई
दूसरों की धुन ही सही शब्द मेरे गाईए
यूं तो हम दो देह हैं पर एक नेह हैं
इंसानियत में भींगा अनमोल स्नेह हैं
दिल की धड़कन की तड़पन ना बुझाईए
आप भी हैं जिंदगी यह न भूल जाईए.

Palkon ki ghoonghat me nayno ki panghat me
Mand-mand muskan liye ek arman liye
Dhire-dhire yun aap to chale aayiye
Hothon ki madira ko mujhpar barsayiye
Meri nigahon me aap bhi badi khas hain
Man mohoni liye aap bhi vishwash hain
Ikrar ko aitbar se na bharnayiye
Khwabon ko khushbu se aaj bhar jayiye
Honge aapke parwane, diwane to kayi
Aap par marnewale, aap se jinewale kayi
Ek sada meri bhi pal bhar sun jayiye
Doosaron ki dhun sahi shabd mere gayiye
Yun to hum do deh hain par ek neh hain
Insaniyat me bhinga anmol sneh hain
Dil ki dhadkan ki tadpan na bujhayiye
Aap bhi zindagi yah na bhool jayiye.

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