Monday, May 3, 2010

हम ही हैं तुम्हारे तुम्हे प्यार करते हैं .

देखो ना कितने लोग तुम्हे प्यार करते हैं
खामखा मेरे दिल से क्यों तकरार करते हैं

तुम्हारी शबनमी आँखों की झिलमिलाहट में
मेरे सिवा क्यों लोग एक अधिकार रखते हैं

जरा से बोल पर तुम क्यों बहकती हो इतना
जिसे देखो वही तुम्हारा दरकार करते हैं

चहकती तुम भी सबको लुटा देती हो सपना
तुम्हे अपना बनाने को सब चीत्कार करते हैं

ना अब और नहीं देखा जायेगा मुझसे यह
हम ही हैं तुम्हारे तुम्हे प्यार करते हैं .



Dekho na kitane log tumhe pyar karte hain
Khamkha mere dil se kyon takrar karte hain

Tumhari shabnami aankhon ki jhilmilahat me
Mere siwa kyon log ek adhikar rakhte hain

Jara se bol per tum kyon bahakti ho itna
Jise dekho wahi tumhara darkar karte hain

Chahkti tum bhi sabko luta deti ho sapna
Tumhe apna banane ko sab chitkar karte hain

Na ab aur nahin dekha jayega mujhase yah
Hum hi hain tumhare tumhe pyar karte hain

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