Sunday, February 28, 2010

किसी के इतने पास न जा

किसी के इतने पास न जा

के दूर जाना खौफ़ बन जाये

एक कदम पीछे देखने पर

सीधा रास्ता भी खाई नज़र आये


किसी को इतना अपना न बना

कि उसे खोने का डर लगा रहे

इसी डर के बीच एक दिन ऐसा न आये

तु पल पल खुद को ही खोने लगे


किसी के इतने सपने न देख

के काली रात भी रन्गीली लगे

आन्ख खुले तो बर्दाश्त न हो

जब सपना टूट टूट कर बिखरने लगे


किसी को इतना प्यार न कर

के बैठे बैठे आन्ख नम हो जाये

उसे गर मिले एक दर्द

इधर जिन्दगी के दो पल कम हो जाये


किसी के बारे मे इतना न सोच

कि सोच का मतलब ही वो बन जाये

भीड के बीच भी

लगे तन्हाई से जकडे गये


किसी को इतना याद न कर

कि जहा देखो वोही नज़र आये

राह देख देख कर कही ऐसा न हो

जिन्दगी पीछे छूट जाये


ऐसा सोच कर अकेले न रहना,

किसी के पास जाने से न डरना

न सोच अकेलेपन मे कोई गम नही,

खुद की परछाई देख बोलोगे "ये हम नही"

हर नज़र को एक नज़र की तलाश है,

हर नज़र को एक नज़र की तलाश है,

हर चेहरे में कुछ तोह एह्साह है,

आपसे दोस्ती हम यूँ ही नहीं कर बैठे,

क्या करे हमारी पसंद ही कुछ खास है . .

चिरागों से अगर अँधेरा दूर होता,

तोह चाँद की चाहत किसे होती.

कट सकती अगर अकेले जिंदगी,

तो दोस्ती नाम की चीज़ ही न होती.

कभी किसी से जीकर इ जुदाई मत करना,

इस दोस्त से कभी रुसवाई मत करना,

जब दिल उठ जाये हमसे तोह बता देना,

न बताकर बेवफाई मत करना.

दोस्ती सची हो तो वक्त रुक जाता है

अस्मा लाख ऊँचा हो मगर झुक जाता है

दोस्ती में दुनिया लाख बने रुकावट,

अगर दोस्त साचा हो तो खुदा बी झुक जाता है.

दोस्ती वोह एहसास है जोह मिट ता नहीं.

दोस्ती पर्वत है वोह, जोह झुकता नहीं,

इसकी कीमत क्या है पुचो हमसे,

यह वोह अनमोल मोती है जोह बिकता नहीं . . .

सची है दोस्ती आजमा के देखो,

करके यकीं मुझेपे मेरे पास आके देखो,

बदलता नहीं कभी सोना अपना रंग,

चाहे जितनी बार आग में जला के देखो.....

Saturday, February 27, 2010

आज सुबह उनसे मुलाकात हो गयी

आज सुबह उनसे मुलाकात हो गयी

मुझको लगा जन्नत से बात हो गयी
खिल उठा बदन जैसे फूल कमल का

किरणें जो उनकी मिली सौगात हो गयी

कुछ पल के लिए आयीं वो ऑनलाइन

झूम गया मौसम बरसात हो गयी

शब्दों में लिपटे रंग थे नए -नए

हमने जो खेली होली बेबात हो गयी

आकर के मुझे छेड़ा, हंसी, चल दी

कबीरा सरर कहते अज्ञात हो गयी

ऐसे रंगों से खेला उन्होंने होली अबकी

सासों से लिपट मेरा जज्बात हो गयी.



Aaj subah unase mulakat ho gayi

Mujhako laga jannat se baat ho gayi
Khil utha badan jaise phool kamal ka

Kiranein jo unaki mili saugaat ho gayi

Kuchh pal ke liye aayin wo online

Jhoom gaya mausam barsaat ho gayi

Shabdon me lipate rang the naye-naye

Hamne jo kheli holi bebaat ho gayi

Aakar ke mujhe chheda, hansi, chal di

Kabira sarara kahate agyaat ho gayi (agyaat-gayab)

Aise rango se khela unhone holi abaki

Saanon se lipat mera jajbaat ho gayi.

Joke : Veeru ka Popat

Joke : Veeru ka Popat

Scene : Veeru ko baandh diya hai rassiyo se...aur Gabbar hass raha hai.....
Gabbar : Aare oo saambha, pata hai tuze... aaj kya hua.....?
Saambha : Jee Nahi Sardaar !!!
Gabbar : Aare aaj to kamaal ho gaya....iski laundiya hai na Basanti....aaj usko hamne nahate waqt dekh liya....haaye kya cheej lagati hai yaar...
Veeru : Kutte, Kamine, Suwaar Ki aulaad...!! mai tera khoon peee jaaunga.....
Gabbar : Abe Chirkut !!! saale mai naha raha tha...aur basanti waha se jaa rahi thi .........

शादी है एक ऐसा अजूबा

शादी है एक ऐसा अजूबा

जो अच्छे-खासे को एक दिन

बना दे नमूना

बना दे

टाईगर को बिल्ली

और

बीवी को टाईगर

जो देता था फूल

वो लगता है 'फ़ूल'

दुनिया के आगे

कर के भूल कबूल

मानो प्राईमरी का बच्चा

लिखे ब्लैकबोर्ड पे दस बार

माफ़ करे मिस!

मैं करूँगा होमवर्क हर बार

मन ख्वाब का पिटारा

मन ख्वाब का पिटारा
उङता है डोलता है,
मिलती हैं,जबभी पलकें,
गुप-चुप सा, बोलता है.
मैं ख्वाब का समन्दर,
तुम खुल के सांस लेना,
बुनना उस खुशी को,
जिसकी भी हो तमन्ना.
उस मीठी-सी हंसी में,
सुकूं है, कई पलों का,
चलो आज खुल के हंस ले
दिल की है ये तमन्ना....

Man khvab ka pitara
Udta hai dolta hai,
Milti hain,jab bhi palken,
Gup-chup sa, bolta hai.

Main khvab ka samandar,
Tum khul ke sans lena,
Bun na us khushi ko,
Jiski bhi ho tamanna.
Us mithi-si hansi men,
Sukun hai, kaee palon ka,
Chalo aj khul ke hans lein
Dil ki hai ye tamanna.

HoLi SMS

HoLi SMS



Blue is song,
Yellow is music,
Green is dance,
Red is beauty,
White is love ,
And pink is for joy,
I wish all these colors,
May fall on you and your family.
“HAPPY HOLI”
Chhoote na rang aisi rang de chunariya
dhobaniya dhoye chaahe sari umariya
Ho man ko rang dega saanvariya
Tore kaaran ghar se aaye hoon nikalke
sunaade zara baansuriya
Holi aayeere aayeere Holi aayeere !!
Rang udaye Pichkari rang se rang jaye duniya sari
holi ke rang aapke jeevan ko rang de
ye shubhkamna hai hamari
HAPPY HOLI
Apne rang mein rang do unko, chehra jinka bhata tumko,
Gulal to 1 bahana hai, unke karib jane ka,
Hum to kab k rang chuke, jabse unke nayan juke,
rang, gulab aur prit ki holi, khushi, mauj aur ikrar ki holi,
aaj saji rangoli hai, rango mein semti.
Chadenge jab pyare rang,
ek meri dosti ka rang bhi chadhana.
Lagne lagenge tumhe suhane sare rang,
Aur meri dosti ka rang chamkega hurdum tumhare sang.
Bolo sarararara….
Wish you a very mastiful and colourful Happy Holi
Rangon se bhi rangeen zindagi hai humari,
rangeeli rahe yeh bandagi hai humari,
kabhi na bigde ye pyar ki rangoli,
aye mere yaar aisi HAPPY HOLI.

Friday, February 26, 2010

हो गई खामोश ऋतु, शाम भी खामोश

हो गई खामोश ऋतु, शाम भी खामोश
पत्तों में सरसराहट नहीं, हवा क्या करे
रूका-रूका जहॉ लगे, कारवॉ भटका चले
तुम जो मिलो नहीं तो, समॉ क्या करे
 
दूर से तुम्हारे कदम, थाप छोड़ जाऍ
राहें मुझ तक चलें, पर वो ना आऍ
इश्क में जो रूह ना हो, गुमॉ क्या करे
दर्द जो झलके नहीं तो, ज़ुबॉ क्या करे
 
बादलों का उड़ता टुकड़ा, मुझे बतला रहा
प्यार करनेवाले क्यों पर है, झुंझला रहा
नीर से भर जाए बदली तब बरसा करे
जी ले हर तरह प्यार, क्यों चर्चा करे
 
टूट जाएगी खामोशी, छोड़ बिखरी मदहोशी
है तमन्ना-चाह की हो इश्क की ताजपोशी
ज़िंदगी की ताल पर, हर पल मन झूमा करे
वक्त के हर ताल पर जो इश्क को चूमा करे।
 

 
Ho gayi khamosh ritu, sham bhi khamosh
Patton me sarsarahat nahin, hawa kya kare
Ruka-Ruka jahan lage, karwan bhatka chale
Tum jo milo nahin, to sama kya kare
 
Door se tumhare kadam, thaap chhod jayein
Raahein sab mujh tak chalein, per wo na aayein
Ishq me jo rooh na ho, guman kya kare
Dard jo jhalke nahin, to juban kya kare
 
Badalon ka udata tukada, mujhe batla raha
Pyar karnewale per hai kyon, jhunjhla raha
Neer se bhar jaye badali tab barsa kare
Jee le her tarah pyar, kyon charcha kare
 
Toot jayegi khamoshi chhod bikhari madhoshi
Hai tamanna-chah ki ho ishq ki taajposhi
Jindagi ki taal per,her pal man jhooma kare
Waqt ke her taal per jo ishq ko chooma kare.

आह जब हसरतों की बात करती है

आह जब हसरतों की बात करती है
ज़िंदगी अपने लम्हों को याद करती है
 
निगाहें जब भी पल भर मिली उनसे
चॉद से आसमां की फरियाद करती है
 
क्या मिला है जो रहे पास हरदम
जवानी कहानी का मुराद करती है
 
कोई मिलकर ना मिल सका अब तक
किसी के नाम से उम्मीद सँवरती है
 
पकड़ने से नहीं आती पकड़ धड़कन
अजीब है मुहब्बत खुद से डरती है.
 

 
Aah jab hasraton ki baat karti hai
Jindagi apne lamhon ko yaad karti hai
 
Nigahein jab bhi pal bhar mili unase
Chaand se aasman ki fariyad karati hai
 
Kya mila hai ji pass rahe hardam
Jawani kahani ki murad karti hai
 
Koi milkar na mil saka ab tak
Kisi ke naam se ummeed sanwarti hai
 
Pakadane se nahin aati pakad dhadkan
Ajeeb hai mohabbat khud se darti hai.

होंठ से होंठ जब चिपकते हैं, खिल जाते हैं

होंठ से होंठ जब चिपकते हैं, खिल जाते हैं
सॉस से सॉस के तब चन्दन मिल जाते हैं
 
खुश्बू-ए-दौर में रंगीन समॉ होता है
होंठ से होंठ लिपटकर वन्दन गाते हैं 
 
नर्मियों में भींगे गरम अहसास पिघले
शोला बनकर तब होंठ गज़ल गाते हैं
 
खींचते जाता है होंठ समंदर की तरह
जिस्म कश्ती सा लहरों पर डगमगाते हैं
 
होंठ खुले तो मिलती है नशे की मिठास
आपके होंठ तो बस प्यासे के प्याले हैं.
 

 
Honth se Honth chipakte Hain, khil jate hain
Saans se saans ke tab chandan mil jate hain
 
Khushboo-E-Daur me rangeen sama hota hai
Honth se Honth lipatkar vandan gaate hain
 
Narmiyon me bhinge garam ehasas pighale
Shola bankar tab honth gjazal gate hain
 
Khinchate jata hai Honth samandar ki tarah
Jism kashti sa laharon per dagmagaate hain
 
Honth khule to milati hai nashe ki mithas
Aapke honth to bus pyase ke pyale hain.

अब कोई ख्वाब ही मुझे बहलाएगा

अब कोई ख्वाब ही मुझे बहलाएगा
इस मुहब्बत से चाह ना मिल पाएगा
 
हमने देखी है इश्क की शहादतें कई
हौसले पतंगे का चिराग ना तोड़ पाएगा
 
तारीफों के पुल बनाने में जो माहिर
इश्क की आग में ज़ज्बात ना टिक पाएगा
 
जो बुलंदी की देते रहते हैं हवा
बावरे बादलों में वह ना रूक पाएगा
 
तैरते रहते हैं जो ले ज़ज्बात-ए-समंदर
चाह की सीपी को छुवा तो डूब जाएगा.
 

 
Ab koi khwab hi mujhe bahlayega
Ess mohabbat se chaah na mil payega
 
Hamne dekhi hai ishq ki shahadatein kayi
Hausle patange ka chorag na tod payega
 
Taarifon ke pul banane me jo maahir
Ishq ki aag me woh jajbaat na tik payega
 
Jo bulandi ko dete rahte hain hawa
Baware badalon me woh na ruk payega
 
Tarate rahte hain jo le jajbat-E-samandar
Chaah ki sipi ko chhuwa to doob jayega.

उनकी नज़रों में खुद को

उनकी  नज़रों  में  खुद  को  जो  बसा  पाया
जिंदगी  झूम  उठी  जीने  का  नशा  पाया
 
मेरी  अछायीयाँ उन  तक  पहुँच  गयी  
उनकी  नज़रों  में  सितारों  का  जहाँ  पाया
 
एक  टहनी  सी  लचकती  उनकी  अदाएं  हैं
फूलों  को  उनसे  लिपटने  को  तरसता  पाया
 
कोई  बहा  ना ले  जुबान  की  सैलाब  में  यूँ
शब्दों  को  कलीने से  उन्हें  तराशता  पाया
 
सांस  की  सरगमों  में  तुम्हारे  हैं  गीत  
आसमान  को  तुम्हारी  धुन  पर  बरसता  पाया
 
भींग  आई  है  आँखें  ना  जाने  क्यों  बरबस
चाहत  की  मोतियों  में  अक्स  तुम्हारा  पाया .
 

 
 
Unaki nazron me khud ko jo basa paya
Jindagi jhoom uthi jine ka nasha paya
 
Meri achhayiyan un tak pahunch gayi
Unaki nazaron me sitaron ka jahan paya
 
Ek tahani si lachakti unaki adaayein hain
Phoolon ko unase lipatne ko tarsta paya
 
Koi bahaa na le juban ki sailaab me yun
Shabdon ko kaline se unhe tarashtaa paya
 
Saans ki sargamon me tumhare hain geet
Aasman ko tumhari dhun per barstaa paya
 
Bhing aayi hai aankhein na jane kyon barbas
Chaht ki motiyon me aks tumhara paya.

फूलों सी नाजुक चीज है दोस्ती

फूलों सी नाजुक चीज है दोस्ती, सुर्ख गुलाब की महक है दोस्ती,
सदा हँसने हँसाने वाला पल है दोस्ती,दुखों के सागर में एक कश्ती है दोस्ती,
काँटों के दामन में महकता फूल है दोस्ती, जिंदगी भर साथ निभाने वाला रिश्ता है दोस्ती ,
रिश्तों की नाजुकता समझाती है दोस्ती, रिश्तों में विश्वास दिलाती है दोस्ती,
तन्हाई में सहारा है दोस्ती, मझधार में किनारा है दोस्ती,
जिंदगी भर जीवन में महकती है दोस्ती, किसी-किसी के नसीब में आती है दोस्ती,
हर खुशी हर गम का सहारा है दोस्ती, हर आँख में बसने वाला नजारा है दोस्ती,
कमी है इस जमीं पर पूजने वालों की वरना इस जमीं पर "खुदा" है दोस्ती

हरदम कौन ये मेरे दिल में,

हरदम  कौन  ये  मेरे  दिल  में,
सुख  में,   दुःख  में,   हर  मुश्किल  में,
हर्ष  में  मेरे,   या  अश्कों  में,
गीत  मजे  से  गाता  है,
शब्द  कहाँ  से  लाता  है,   धुन  भी  लेकर  आता  है …….
हरदम  कौन  ये  मेरे  दिल  में,
गीत  मजे  से  गाता  है……..
कभी  न  समझा,   न  समझूंगा,
कौन  है  ये,   क्या  नाता  है,
क्यूँ  इसने  इस  मेरे दिल  को  अपना  ही  घर  माना  है,
इसकी  क्या उम्मीद  है  मुझसे,   मुझमे  क्या  ये  पाता  है,
जो  अनजाने  में  अर्पित  सा  हर  गीत  उमड़  कर  आता  है
शब्द  कहाँ  से  लाता  है,   धुन  भी  लेकर  आता  है…….
हरदम  कौन  ये  मेरे  दिल  में,
गीत  मजे  से  गाता  है……..
कहते  लोग  ये  गीत  मेरे  हैं,
ये  सच  यारों  बात  नहीं,
चाहे  हो  ये  लेखन  मेरा,   शब्द्सुधा  ये  मेरी  नहीं,
मुख  मेरे  आयी  हो  कविता,   पर  ये  गुंजन  मेरा  नहीं  है,
मुझमे  ही  रहकर  जो  मुझसे  अलग  अलग  सा  रहता  है,
वो  ही  सबकुछ  करता  है,शब्द  कहाँ  से  लाता  है,   धुन  भी  लेकर  आता  है…….
हरदम  कौन  ये  मेरे  दिल  में,
गीत  मजे  से  गाता  है ……..


 
Hardam kaun ye mere dil mein,
Sukh mein, dukh mein, har mushkil mein,
Harsh mein mere, ya ashkon mein,
Geet maje se gata hai,
Shabd kahan se lata hai, dhun bhi lekar aata hai…….
Hardam kaun ye mere dil mein,
Geet maje se gata hai……..
Kabhi na samajha, na samjhoonga,
Kaun hai ye, kya nata hai,
Kyun isne mere dil ko bhee apna hee ghar mana hai,
Iski kya ummeed hai mujhse, mujhme kya ye paata hai,
Jo anjane mein arpit sa har geet umad kar aata hai
Shabd kahan se lata hai, dhun bhi lekar aata hai…….
Hardam kaun ye mere dil mein,
Geet maje se gata hai……..
Kahate log ye geet mere hain,
Ye such yaron baat nahin,
Chahe ho ye lekhan mera, shabdsudha ye meri nahin,
Mukh mere ayi ho kavita, par ye gunjan mera nahin hai,
Mujhme hee rahkar jo mujhse alag alag sa rahata hai,
Wo hee sabkuch karta hai,
Shabd kahan se lata hai, dhun bhi lekar aata hai…….
Hardam kaun ye mere dil mein,
Geet maje se gata hai……..

होली बड़ी डराय रे

तन-मन मचल रहा है
मन डरा जाय रे
रंग खींचे अपनी ओर
होली बड़ी डराय रे
 
ढीठ हो जाएं सखी-सहेली
जोबन भी भरमाय रे
भींग-भींग यह अगन जले
नस-नस दे तड़पाय रे
 
चोली जैसे गोली लगे
फट पड़ने को मचलाय रे
बदन एक मचान सा
लगे कि उठा जाय रे
 
अँखियन में चढ़े नशा
कदम खूब डगमगाय रे
छूट-छूट बदन भागे
मदन रस छाय रे
 
जुलमी ज़माना बना बेगाना
देख-देख मुसकाय रे
जिस्म का बंधन तड़पे
बलम रहा ना जाय रे.
 

 
Tan machal raha hai
Man daraa jaye re
Rang khinche apani or
Holi badi daray re
 
Dheeth ho jayein sakhi-saheliyan
Joban bhi bharmaye re
Bhing-Bhing yeh agan jale
Nas-Nas de tadpay re
 
Choli jaise goli lage
Fat padane ko machlay re
Badan ek machaan sa
Lage ki utha jaye re
 
Akhiyan me chadhe nasha
kadam khoob dagmagaye re
Chhoot-Chhoot badan bhage
Madan ras chhaye re
 
Julami jamana bana begana
Dekh-Dekh muskaye re
Jism ka bandhan tadape
Balam raha na jaye re.

Sher-O-Shayri

Sher-O-Shayri

एस एम् एस

Chhup Gaye Wo Jakar Kanhi Shayad Hame Satane Ko

Lekin Ham Unki Yaad Me Bhool Gaye Zamane Ko

Koi Unhe Jakar Ye Bata De Ki Taraste Hai Ham

Unki Ek Jhalak Pane Ko !!

Mohabbat Ki Zanjeer Se Dar Lagta Hai

Kuch Apni Taqdeer Se Dar Lagta Hai

Jo Mujhe TUJ SE" Juda Karti Hai,

Haath Ki Uss Lakeer Se Dar Lagta hai !!

Bas ek tamanna hai ki unse mulakat ho,

bat unse aage badhe aur unka sath ho,

kab tak hum yunhi ek dosre ko dekhte rahenge,

kuch khamoshi tute aur izhar ka agaz ho !!

tujhe agar mile kabhi fursate,

mere shaam fir se sanwar de.

agar qatl karna hai to qatl kar,

yu judaiyo ki sazaa na de !! ]

Dekha jo woh jam teri yaad aagayi...

yeh shaam tere naam, teri yaad aagayi...

Har koi Janata tha mujhe tere naam se...

Pucha kisi ne naam, Teri yaad aagayi !!

Agar Tum Usko Na Pa Sako Jisko Tum Chahate Ho

To usey Zaror Apna Lena Jo tumhain Chahata Hai

Kyun Ki Chahne Se Chahey jane Ka Ehsas Zada Khobsorat Hota Hai !!

Mere Sath Rehta Tu Mera Hota Tere Dil Me

Kisi Ka Na Basera Hota Ban Ke Jugnu Mai

Deta Roshni Tujko Meri Ankhon Me Kitna Bhi Andhera Hota !!

Vada hamne kiya tha nibhane ke liye,

ek dil diya tha ek dil pane ke liye,

unhone mohabbat sikha di or kaha,

hamne to mohabbat ki thi tumhe aazmane ke liye !!

Shikayat hai aapse yeh hamar

Ke ab yaad nahi aati aapko hamari

bhool gaye shayad aap hume ya fir aap

yaad karte the ye galat fehmi hmari !!

Kash Ke Hum Unke Dil Pe Raaj Karte

Jo Kal Thi Wo Mohbbt Aaj Karte Hume

Gam Nahi Unki Bewafai Ka Arman Tha

Hum Bhi Apni Mohabbat Pe Naaz Karte !!

रंगने के बहाने

रंगने के बहाने

आप मिलें निगाहों की ठिठोली हो जाए

अंग-अंग बजे मृदंग और होली हो जाए

मुस्कराहट आपकी गुलाल गाल रंग गई

नज़रों ने कुछ कहा चाल नई चल गई

दिल उछल-उछल जोबन को उड़ाता जाए

भींगा दुपट्टा आशिक पर लहराता जाए

सब करीब आ रहे हैं रंगने के बहाने

ऑखों से देखें कहीं हॉथों के निशाने

कमर लचक खाए बेसुरे उड़े जांए

दिल का छबीला नज़र नहीं आए

पैरों में आग लगी रूकते कहीं नहीं

जॉदों पर टिकी नज़र लोग थकते नहीं

होली की बोली में भंग गोली मिलाई जाए

रंग नशा मस्ती में जवानी हिलाई जाए

कूल्हों पर हॉथ थिरके नितंबों पर चुटकियॉ

गालों को खूब मलें खांए खूब घुड़कियॉ

कोई कहीं रूके नहीं खुद भी ना रूका जाए

आ जा मिलकर अपने रंगों में रंगा जाए.


Aap milen nigahon ki thitholi ho jaye

Ang-Ang baje mridang aur holi ho jaye

Muskrahat aapki gulal gaal rang gayi

Nazaron ne kuchh kaha chal nayi chal gayi

Dil uchhal-uchhal joban ko udata jaye

Bhinga dupatta aashiq per leharata jaye

Sab kareeb aa rahe hain rangane ke bahane

Aankhon se dekhe kahin hanthon ke nishane

Kamar lachak khaye besure ude jaye

Dil ka chhabila nazar nahin aaye

Paron me aag lagi rukate kahin nahin

Janghon per tiki nigahein log thakte nahin

Holi ki boli me bhang goli milayi jaye

Rang nasha masti me jawani hilayi jaye

Kulhon per hanth thirke nitambon ki chutkiyan

Gaalon ko khoob malein khayein khoob ghudkiyan

Koi kahin ruke nahin khud bhi na ruka jaye

Aa ja milkar apne rangon me ranga jaye.

मेरी चोली ना चुराना

दिल करे जितना मुझे रंग लगाना

ना भूलना कि देख रहा हमको ज़माना

भींगेगे इस होली में जैसे समंदर

ध्यान रखना मेरी चोली ना चुराना

खुल जाएगा दुपट्टा चला जाएगा दूर

चमकने लगेगा बदन जैसे कोई नूर

खेलना होली खूब बनकर एक दीवाना

ध्यान रखना मेरी चोली ना चुराना

रंगों का मेल है दिलों का है खेल

होता है अनजानों का प्यार भरा मेल

प्रीत मेरी रंग देगी ना करेगी बहाना

ध्यान रखना मेरी चोली ना चुराना

हुस्न को जितना छिपाओ निखरता उतना

प्यार को जितना दबाओ बहकता उतना

बिछाकर रंगों को सुनाएंगे नया तराना

ध्यान रखना मेरी चोली ना चुराना

रूप का मेरे गुमान है यह चोली मेरी

हया का परचम है यह सहेली मेरी

खुलकर खेलें होली तो ना भटक जाना

ध्यान रखना मेरी चोली ना चुराना.


Dil kare jitna mujhe rang lagana

Na bhulna ki dekh raha hamko jamana

Bhingenge ees holi me jaise samandar

Dhyan rakhna meri choli na churana

Khul jayega dupatta chala jayega door

Chamkane lagega badan jaise koi noor

Khelna holi khoob bankar ek diwana

Dhyan rakhna meri choli na churana

Rangon ka mel hai dilon ka hai khel

Hota hai anjanon ka pyar bhara mel

Preet meri rang degi na karegi bahana

Dhyan rakhna meri choli na churana

Husn ko jitna chhupao nikhrta utna

Pyar ko jitna dabao behakta utna

Bichhakar rangon ko sunayeinge naya tarana

Dhyan rakhna meri choli na churana

Roop ka mere guman hai yeh choli meri

Haya ka parcham hai yeh saheli meri

Khulkar kheloon holi to na bhatak jana

Dhyan rakhna meri choli na churana

Thursday, February 18, 2010

Hasna mana hai

Dil ki baat dil mein mat rakhna,
Jo pasand ho usse ILU kehna.
Agar wo ghusse mein aa jaaey to darna mat ,
Raakhi nikalna aur kehna pyari behna milti rehna...
School Mein Ishq Ka Naya Mahool Tyar Ho Gaya,
Class Ki Teacher Ko Papu Se Pyar Ho Gaya.
Iss Baat Se Sari Class Ka Dil Udas Ho Gaya,
Sari Class Fail, Aur..... Papu Pass Ho Gaya....
Aapke dil me basjayenge SMS ki tarah.,.,
Dil me bajenge RING TONE ki tarah.,.,
Dosti kum nahi hongi BALANCE ki tarah.,.,
Sirf aap busy na rehana NETWORK ki tarah.....
UNKI GALI SE MERA JANAZA NIKLA WO NA NIKLE JINKE LIYE JANAZA NIKLA, UNKA GHAR AAYA TO MERE DOST SITI BAJANE LAGE,
RAKHKE MERA JANAZA KAMINE USKO PATANE LAGE....
Tere gam me tadap kar mar jayenge,
Mar gaye to tera naam lejayenge...
Rishwat de ke tujhe bhi bulaenge,
Tum upar aaoge to saath baith ke Kurkure khaenge....
Mere Dil, Jiger, Kidney, Liver ho tum,
waqt-bewaqt aaye vo fever ho tum.
Doob kar jisme marr jaoo vo River ho tum,
Mere jeevan mein ab to forever ho tum…
Arz kiya hai!!!...Itne kamjor hue teri judai se...
Gaur farmaiye...Itne kamjor hue teri judai se...
Ki chinti bhi ab kheech le jaati hai charpai se....
palkon pe apni bitaya hai tumhe,
Badi duao ke baad paaya hai tumhe,
Aasani se nahi mile ho tum
National zuological Park se churaya hai tumhe....!!!
kabhi kehte the dost hamare ke jaan bhi maango to hazir hai ,
Aaj apni bivi ko jaan kehte hai,Aur maango to inkaar karte hain...
Naari ke chakkar mein bhool na jaana yaari,
Jab laat maaregi naari to yaad aayegi hamari...
Purush bachao samiti ki taraf se Janhit mein jaari....
Aaj kuch gahbraye se lagte ho,
Thand mein kampkapaye se lagte ho...
Nikhar kar aayi hai surat aapki,
Lagata hain Bahut dino baad nahaye se lagte ho...
PATTE GIR SAKTE HAIN PED NAHI,
SURAJ DOOB SAKTA HAIN ASMAAN NAHI,
DHARTI SOOKH SAKTHI HAI DARIYA NAHI,
DUNIYA SUDHAR SAKTI HAI PAR AAP NAHI....
Batoun mein jiski rawani nahi hai,
Usay kabhi Jillat uthani nahi hai,
Yeh chehray par jo tu dekhta hai,
Woh powder hai nada(Pure) Jawani nahi hai....
College ki galion mein ajjeb khel hota hai,
Class ke bahane dilo ka khel hota hai,
Nitis ki jagah luvmail hota hai, Isliye to Pappu har saal fail hota hai...
Mein Tumhare Liye Sab Kuch Karta..
Magar Mujhe Kaam Tha......
Mein Tumhare Liye Doob Ke Marta...
Magar Mujhe Zukham Tha !
Gunghat Mein Tujhe Dekha To Deewanna Hua,
Sangeet Ka Taraana Hua, Shamaa Ka Parwana Hua,
Masti Ka mastaana Hua,
Jaise Hi Gunghat Uthaya Is Duniya Se Ravana Hua...
Suraj se achha Tara koi nahi,
Jaisa hai Rishta humaraa dusraa koi nahi!
Chahe saari duniyaa me dhund lo;
Mere jaisa Pyaraa, aur Tere jaisa Aawaraa aur koi nahi!!
Bhagwan ke naam pe 1 patni dede...
Apni nahi toh dusre ki dede...
Bhagwan tujhe 1 kay badle3 dega
Anurag ki tarah Prerna kay saath Aparna aur komolika free dega...
Baithe tere khayalon mein,
Kore kagaz pe likh dala tera naam...
Tasvir bhi utaar dali,Aur likha yeh paigam...
Zinda ya Murda pakdnewale ko 5000/- inaam...
Macchar ne jo kata... dil main mere junoon tha.
Khujli hui itni... dil be sukoon tha.
Pakada to chod diya yeh soch kar ki....
Sale ki ragon main apna hi khoon tha...
Khuda kare tujhe har jagah se satkar mile,
Mujh se bhi acche yaar milen.
Rakhi ko teri girlfriend tujhe rakhi bandhe,
Aur tujhe zindagi bhar us se behan ka pyar mile...
Aapke hi charche har gali mein hain,
Har ladki ke dil mein aapke liye pyar hai.
Ye koi chamtkar nahi,Time hi aisa hai...
kyonki kuch hi dino me RAKHI ka tyohaar hai...
har khushi ko teri taraf moor doo.
Tery liye chand taare tak toor doo.
khushiyo k darwazey tere liye khol doo..
Itna kaafi hai ya do char or jhoot bole doon....
Jab jab ghire badal teri yaad ayi,
Jhom ke barsa sawan teri yaad ayi,
Bhiga main phir bhee teri yaad ayi,
Ab nahin raha jata, CHATRI LAUTA DE BHAI...
Ek ladki thi dewani si.
Mob lekar chalti thi, nazre jhukake,
Mob mein kuch karti thi. Jab bhi milti thi mujhse,
Yehi pucha karti thi... Ye chalu kaise hota hai?
Yusuf ka husn, Zulekha ka ghumaar dekha hai,
Kuch is tarah se Haseenon ka pyaar dekha hai,
Unhe khilane pilaane main hui hai yeh haalat,
Kasm khuda ki..Cinema bhi udhaar dekha hai...
Industrian sari mere yaar khaa gaye,
Meri Sari jaydaaad rishtedar khaa gaye,
Marne Ke baad bhi unho ne ki meri saath cheating,
Banaye mazar to minaar kha gaye.......
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